कोरोना से निपटने की व्यवस्थाओं का जायजा लेने जेपी अस्पताल पहुंचे थे स्वास्थ्य मंत्री डा. प्रभुराम चौधरी। 10 दिन से हड़ताल कर रहे संविदा स्वास्थ्यकर्मी।

कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए तैयारियों का जायजा लेने के लिए राजधानी में जयप्रकाश जिला अस्पताल पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी का संविदा कर्मचारियों ने घेराव कर लिया। संविदा स्वास्थ्य कर्मी स्वास्थ्य मंत्री की गाड़ी के आगे धरना देकर बैठ गए और नियमितीकरण समेत अन्य मांगों को लेकर नारेबाजी करने लगे। संविदा कर्मचारी अपनी दो सूत्रीय मांगों को बीते दस दिनों से हड़ताल-प्रदर्शन कर रहे हैं। संविदा कर्मचारी स्वास्थ्य मंत्री से कार से उतरकर बात करने की मांग कर रहे थे। मंत्री ने कर्मचारियों की मांग कार में बैठे-बैठे सुनी। इससे संविदा कर्मचारी नाराज हो गए। जिसके बाद उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया।
स्वास्थ्य मंत्री के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की बीच घिरने की सूचना पर पहुंची हबीबगंज पुलिस ने मंत्री को दूसरी कार में बैठाकर भीड़ से बाहर निकाला। जिसके बाद हड़तालरत संविदा कर्मचारियों पर पुलिस सख्त हो गई। विरोध प्रदर्शन कर रहे दर्जनों संविदा कर्मचारियों को जबरन पुलिस बैन में बैठाकर हबीबगंज थाने ले गई। जबकि बाकी संविदा कर्मचारी ने धरना स्थल छोड़ वापस लौट गए हैं।
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी पुलिस कार्रवाई के बाद धरना स्थल से यहां-वहां हो गए। जिसके बाद लगभग धरना समाप्त सा हो गया है। ऐसे में पूरे प्रदेश में धरना समाप्त कराने को लेकर प्रदेश के संविदा कर्मचारियों में काफी गुस्सा है। इसके बाद प्रदेशभर के संविदा कर्मचारी एक साथ भोपाल पहुंचने की तैयारियों में है। वहीं इस बाद मेडिकल इमरजेंसी जैसे कार्यों को भी बंद किया जा सकता है। हालांकि अभी संविदा कर्मचारी मीडिया के सामने आंदोलन की कोई रूपरेखा तैयार नहीं करना चाह रहे हैं।
पीपीई किट पर नारे लिखकर पेड़ पर टांगा
संविदा कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष सुनंदा पटेल ने बताया कि जब तक हमें नियमितीकरण का आदेश नहीं मिलेगा, हम यह आंदोलन जारी रखेंगे। 20-25 सालों से कर्मचारी संविदा पदों पर काम कर रहे हैं, लेकिन नियमित नहीं किया गया है। संविदा कर्मियों ने पीपीई किट में नारे लिखकर पेड़ पर टांग दी।
प्रोग्रेस ऑफ इंडिया न्यूज