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सेमरी ग्राम पंचायत की जल जीवन मिशन योजना का कछुआ गति से चल रहा काम। सतना

सेमरी ग्राम पंचायत की जल जीवन मिशन योजना का कछुआ गति से चल रहा काम

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नल जल योजना की लेट लतीफी के कारण ग्रामीणों में आक्रोश

27 अप्रैल 2022 @ प्रोग्रेस ऑफ़ इंडिया न्यूज

नागौद– भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने पानी की किल्लत दूर करने के लिए जल जीवन मिशन योजना अंतर्गत घर घर नल के माध्यम से पानी पहुंचाने का सपना साकार करने के लिए भारी भरकम बजट देकर लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी के माध्यम से पेयजल टंकी बनाकर पाइप लाइन के माध्यम से पानी पहुंचाने की योजना बनाई। लेकिन प्रधानमंत्री की अति महत्वाकांछी योजना में भ्रष्टाचार कर बंदरबाट की जा रही है। सतना जिले के सेमरी ग्राम पंचायत में जल जीवन मिशन योजना में जमकर भ्रष्टाचार किये जाने का मामला प्रकाश में आया है, ठेकेदार द्वारा घटिया स्तर का मटेरियल लगाकर टंकी और सम्प वेल का निर्माण किया है,ठेकेदार द्वारा पाइप लाइन भी सही ढंग से नही बिछाई गई, आधी अधूरी लाइन बिछाकर और टंकी का निर्माण लगभग 2 माह पूर्व हो जाने के बाद भी 2 माह से ठेकेदार द्वारा काम बंद रखा गया जिस कारण योजना के फलीभूत होने में लेट लतीफी हो रही है और इस भीषण गर्मी में गांव की जनता एक एक बूंद पानी को तरस रही है जिस कारण ग्रामीणों में अच्छा खासा रोष पनप रहा है।पानी की सप्लाई कब चालू होगी यह कोई बताने को तैयार नही क्योकि घटिया स्तर का निर्माण होने और पाइप लाइन सही ढंग से न डाले जाने के कारण घर घर पानी पहुंचना असम्भव ही है शायद इसीलिए कागजो में नल जल योजना पूरी कर पंचायत को हैंडओवर कर अपने कर्तब्यों से इति श्री की कहानी चल रही है।
टंकी निर्माण के दौरान तराई नाम मात्र के लिए ही कि गई है जिस कारण निर्माण कार्य की गुणवत्ता और मज़बूती पर सवाल उठना लाजिमी है।

मजदूरों के भरोसे हो रहा है काम……


जानकारी के अनुसार शासन द्वारा 20 लाख तक के कार्य मे डिप्लोमा इंजीनियर तथा 20 लाख से ऊपर के निर्माण कार्य मे बी ई होल्डर इंजीनियर की देखरेख में ही ठेकेदार द्वारा कार्य कराए जाने का प्रावधान है लेकिन शासन के नियमो को दरकिनार कर ठेकेदारों मनमानी करते हुए मजदूरों के भरोसे तकनीकी कार्य करवाया गया है तो सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि निर्माण कार्य मे कितनी गुणवत्ता होगी।
विजिट के दौरान देखा गया है कि मौके पर ठेकेदार द्वारा कोई तकनीकी अधिकारी नियुक्त नही किया गया तो पी एच ई के अधिकारी यदि निरीक्षण में जाते होंगे तो किसे समझाइस देते होंगे क्या मजदूरों को तकनीकी आंकड़े समझ आते होंगे? क्या मजदूर क्यूरिंग की महत्ता और मटेरियल की गुणवत्ता को समझने के काबिल है ?
निर्माण एजेंसी के जिम्मेदारों द्वारा ठेकेदार पर क्यो नही की जाती कार्यवाही?
पी एच ई विभाग के सभी बड़े कार्य ठेके पर ही कराए जाते है लेकिन विभाग के तकनीकी अमले उपयंत्री,सहायक यंत्री,कार्यपालन यंत्री का दायित्व होता है कि चल रहे कार्यो की सतत मॉनिटरिंग करते रहे और गुणवत्ता पूर्ण कार्य न होने पर ठेकेदार के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही करें।
ग्राम पंचायत सेमरी की जल जीवन मिशन योजना के हालात देखकर तो ऐसा लगता है कि पी एच ई का तकनीकी अमला ठेकेदारों के सामने नतमस्तक है वजह ठेकेदार का राजनैतिक रसूख हो या फिर मोटा कमीशन मिलने पर फील्ड का भृमण और निरीक्षण इन्हें नागवार लगता है।
भारत के प्रधानमंत्री की अति महत्वाकांछी योजना जल जीवन मिशन योजना कही ग्रामीण नल जल योजना की तरह भृस्टाचार का शिकार होकर फ्लॉप न हो जाये जिस कारण घर घर पानी की आस लगाए बैठी जनता के घरों में लगी नल की टोंटी मात्र सज्जा सामान बनकर रह जाये।
जिले के जिम्मेदार जनप्रतिनिधियो, प्रशासनिक अमले को मोदी की जल जीवन मिशन जैसी अनूठी योजना को सफल बनाने हेतु ठोस और कारगर कदम उठाने चाहिए ताकि लापरवाहों और भृस्टाचारियो पर विधि सम्मत कार्यवाही सुनिश्चित हो सके।
सेमरी के ग्रामीण शसंकित है कि कही 2 बार फ्लॉप हो चुकी नल जल जैसी यह योजना भी भृस्टाचार का शिकार न हो जाये।
टी पी आई टीम का नही दिखा कोई असर
निर्माण कार्य गुणवत्ता पूर्ण हो इस बावत नल जल योजनाओ के निरिक्षण और मानीटरिंग के लिए थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन टीम के इंजीनियर लगाए गए है लेकिन यथास्थित देखने के बाद ऐसा लगता है कि यह टीम या तो महज खानापूर्ति कर रही है या फिर विभाग में इनकी सुननेवाला ही कोई नही है।
सेमरी के ग्रामीणों का कहना है कि यदि ठेकेदार और विभागीय इंजीनियर मोहल्लेवाईज अलग अलग लाइन डालकर वाल्व लगाएंगे तभी सबको पानी मिल सकता है अन्यथा एक लाइन के भरोसे पूरे गांव की प्यास बुझना न मुमकिन है,ठेकेदार द्वारा अभी तक थोड़ी बहुत लाइन ही बिछाई गई जबकि आधे से ज्यादा गांव में पूर्व में स्वीकृत नल जल योजना की पाइप लाइन बिछी हुई है ।
शासन द्वारा अंतिम मार्च तक सभी स्वीकृत नलजल योजणो को पूरा करने के निर्देश दिए थे किंतु शासन के निर्देशों की अवहेलना करते हुए मनमानी ढंग से कछुआ चाल में काम चल रहा है,जिस कारण गर्मी में जनता एक एक बूंद पानी को तरस रही है।

~प्रोग्रेस ऑफ़ इंडिया न्यूज।

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cm शिवराज सिंह चौहान ने दिए निर्देश … धीमे गति से काम करने लगाई फटकार

https://www.progressofindia.in/epaper/8793/

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