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नल जल योजना में लापरवाह 32 ठेकेदारों को नोटिस, एक ब्लैकलिस्टेड

नल जल योजना में लापरवाह 32 ठेकेदारों को नोटिस, एक ब्लैकलिस्टेड

नल जल योजना को लेकर लापरवाही करने वाले ठेकेदारों पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने कार्रवाई की है। 32 ठेकेदारों को नोटिस जारी हुआ है, वहीं एक कंपनी को ब्लैकलिस्ट में डाल दिया गया है। विभाग ने यह कार्रवाई उन ठेकेदारों के खिलाफ की है, जो या तो काम को

जबलपुर,। नल जल योजना को लेकर लापरवाही करने वाले ठेकेदारों पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने कार्रवाई की है। 32 ठेकेदारों को नोटिस जारी हुआ है, वहीं एक कंपनी को ब्लैकलिस्ट में डाल दिया गया है। विभाग ने यह कार्रवाई उन ठेकेदारों के खिलाफ की है, जो या तो काम को गति नहीं दे रहे थे या फिर किए गए कार्य की गुणवत्ता सही नहीं थी। विभाग को मार्च 2024 तक जिले के हर घर को नल जल योजना से जोड़ने का लक्ष्य तय किया है। हालांकि जिस गति से काम हो रहा है, उससे इसके तय अवधि में पूरा होने की संभावना नहीं है।

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ज्ञात हो कि जिले में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग से 604 योजना स्वीकृत हैं। इसमें 178 योजना का कार्य पूर्ण हो चुका है। अभी सात ब्लाक के 178 गांव के घर नल जल योजना से जुड़ चुके हैं। वर्तमान में 20 योजनाओं के लिए निविदा जारी हुई है। कार्यपालन यंत्री डीपी मंगोरे ने बताया कि अभी 32 ठेकेदारों को योजना में लापरवाही बरतने की वजह से नोटिस दिया गया है। एक संगम पंप इंदौर की कंपनी को मझौली ब्लाक में काम करने के दौरान लापरवाही बरतने की वजह से ब्लैकलिस्टेड किया गया है। इस कंपनी को पहले पाइप की गुणवत्ता को लेकर हिदायत दी गई थी। इसके बाद भी सुधार नहीं होने पर कार्रवाई की गई है। विभाग ने दावा किया है कि जिले के सभी सात ब्लाक में कार्य करने वाले अधिकांश ठेकेदारों को नोटिस जारी हुए हैं।

नल जल योजना: तीन तरह की योजना

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में सिविल, मैकेनिकल और एकल ग्राम योजना स्वीकृत है। इसमें 604 गांव शामिल हैं। जहां 100 से 250 जनसंख्या है वहां 10 हजार लीटर की टंकी बनाकर पानी की सप्लाई करना है। ऐसे करीब 112 गांव है, जहां पानी पहुंचाया जा रहा है। वहीं एक हजार से अधिक जनसंख्या वाले गांव में पानी की टंकी बनाकर पानी की सप्लाई देनी है। जिले में 90 टंकी बनानी हैं इसमें 30 टंकी बन चुकी हैं। इसके अलावा पायली प्रोजेक्ट में जबलपुर के 187 गांव अतिरिक्त हैं, जिनमें हर घर नर्मदा जल पहुंचाया जाना है। इसमें जबलपुर, चरगवां और बरगी के गांव शामिल हैं। यह योजना अगस्त 2018 में शुरू हुई थी, जिसके मार्च 2023 तक पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है। फिलहाल 67 प्रतिशत काम पूरा हो पाया है। प्रोजेक्ट के प्रभारी संतोष रामजी ने कहा कि 2023 से घरों में पानी मिलना प्रारंभ हो जाएगा। पायली प्रोजेक्ट की करीब 645 करोड़ रुपये की लागत है।

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