मध्य प्रदेश के मंदसौर में रात के समय लोग तब दंग रह गए जब उन्होंने सड़क पर एक मगरमच्छ को चलते हुए देखा। इसके बाद उन्होंने वन विभाग को सूचित किया लेकिन सरकारी मदद ना मिलने के चलते गांव वालों ने खुद ही मगर को पकड़ा। बाद में वन विभाग का अमला आ गया तो उसे चंबल नदी में ले जाकर छोड़ दिया गया।
मंदसौर के सीतामऊ तहसील के तितरोद गांव में रात 11 बजे सड़क पर मगरमच्छ दिखाई दिया। ग्रामीणों ने सड़क पर आने वाले लोगों को सचेत रहने को कहा। इसके बाद बाद वन विभाग की टीम को सूचना दी गई। लेकिन वन विभाग ने आधी रात में रेस्क्यू के लिए टीम नहीं होने की बात कही।
वन अमले द्वारा मना करने के बाद ग्रामीणों ने खुद ही मगरमच्छ को पकड़ने का प्रयास शुरू किया। हालांकि करीब 1 घंटे बाद वन अमला मगरमच्छ को रेस्क्यू करने पहुंच गया। रात 1 बजे ग्रामीणों की मदद से वन विभाग की टीम ने मगरमच्छ को रेस्क्यू कर लिया। और उसे चंबल नदी में छोड़ दिया गया।
उल्लेखनीय है कि सीतामऊ क्षेत्र चंबल नदी के आसपास बसा है। इसके चलते ग्रामीण क्षेत्रों में मगरमच्छ कई बार गांव में घुस आते हैं। बारिश के समय मगरमच्छ के गांव घुसने या सड़क पर नजर आने की घटनाएं ज्यादा सामने आती हैं। हालांकि समय रहते वन विभाग की टीम मगरमच्छ को रेस्क्यू कर चंबल नदी में छोड़ देती है।