भोपाल जिले में दो पेट्रोलिंग वाहनों को चलाया जा रहा है, जो गायों को राजमार्गों से हटाकर गौशालाओं में छोड़ रहे हैं। इसके लिए भोपाल जिले में दो वाहन संचालित हो रहे हैं। एक का मुख्यालय हथाईखेड़ा और दूसरे का मुख्यालय संत हिरदाराम नगर में है।
राजधानी के आसपास बने राज्य राजमार्गों में पुशओं के साथ सड़क दुर्घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। पशुपालन विभाग के अनुसार पिछले महीने छह शहरों को जोड़ने वाले राज्य राजमार्गों पर सड़क दुर्घटनाओं में कम से कम 93 गायों की मौत हो गई, जबकि इन सड़क दुर्घटनाओं में घायल गायों की संख्या 295 रही।
इन गायों को सड़क दुर्घटनों से बचाने के लिए विभाग द्वारा भोपाल जिले में दो पेट्रोलिंग वाहनों को चलाया जा रहा है, जो गायों को राजमार्गों से हटाकर गौशालाओं में छोड़ रहे हैं। इसके लिए भोपाल जिले में दो वाहन संचालित हो रहे हैं। एक का मुख्यालय हथाईखेड़ा और दूसरे का मुख्यालय संत हिरदाराम नगर में है।
संत हिरदाराम नगर का वाहन भोपाल से सीहोर, ब्यावरा के आउटर बायपास को कवर करता है जबकि हथाईखेड़ा क्षेत्र का वाहन तीन रूट को कवर करता है, जिसमें भोपाल से होशंगाबाद, रायसेन और विदिशा शामिल हैं।
एक दिन में 14 से 15 गायों को लेकर आते हैं
ये वाहन एक दिन में 14 से 15 गायों को हाइवे से लेकर आते हैं और गौशाला तक छोड़ते हैं। यह पेट्रोलिंग सितंबर तक जारी रहेगी। बतादें कि पिछले माह में सड़क दुर्घटनाओं में प्रतिदिन तीन गायों की मौत हो चुकी है। यह आंकड़ा केवल भोपाल, रायसेन, विदिशा, सीहोर, देवास और राजगढ़ को कवर करने वाले राज्य राजमार्गों का है।
समाजसेवी गायों में लगा रहे रेडियम
शहर के पशुप्रेमी अयान खान गायों की रक्षा के लिए आगे आए हैं। वह लगातार आवारा पशुओं की सेवा करते हैं। वह बताते हैं कि मैं हर दिन 100 से अधिक गायों को रेडियम लगा रहा हूं। इसके लिए शहर के आसपास हाइवे का भ्रमण करता हूं, जहां गाय मिलती है उन्हें रेडियम लगा देता हूं। साथ ही घोड़े को रेस्क्यू को किया है, जो पीछे से गंभीर घायल है।
इनका कहना है
गायों में हो रही दुर्घटनों को रोकने के लिए भोपाल जिले में दो पेट्रोलिंग वाहन चलाए जा रहे हैं। यह वाहन हाइवे से गायों को उठाकर गौशाला में छोड़ते हैं। जिससे गायों को सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जा सके।