लगभग पांच महीने पहले भोपाल के पुराने मास्टर प्लान के ड्राफ्ट को सरकार ने सिरे से खारिज कर दिया था। उस प्लान को लेकर जनप्रतिनिधियों ने नाराजगी जाहिर की थी। अब नए सिरे से मास्टर प्लान का प्रारूप तैयार किया जा रहा है, जिसके लिए कमेटी गठित की गई है। इस कमेटी में भोपाल के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के अलावा अफसरों और आर्किटेक्ट्स, इंजीनियर्स को भी शामिल किया गया है।
भोपाल के मास्टर प्लान को लेकर सरकार ने नई कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी में सांसद, सभी विधायक, महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष समेत कुल 52 सदस्य शामिल किए गए हैं। नई कमेटी का गठन इस उद्देश्य से किया गया है कि मास्टर प्लान का ड्राफ्ट नए सिरे से तैयार किया जा सके, जिससे शहर का समुचित विकास हो सके।
इस कमेटी में अफसरों के अलावा आर्किटेक्ट, इंजीनियर्स भी शामिल किए गए हैं, ताकि प्लानिंग और डिजाइनिंग के सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जा सके। ज्ञात हो कि लगभग पांच महीने पहले पुराने मास्टर प्लान के ड्राफ्ट को सरकार ने सिरे से खारिज कर दिया था। इस ड्राफ्ट पर सुनवाई हो चुकी थी, लेकिन जनप्रतिनिधियों की नाराजगी के कारण इसे अस्वीकार कर दिया गया था।
नई कमेटी में सांसद, विधायक, महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष, जनपद अध्यक्ष और सरपंच जैसे सभी जनप्रतिनिधियों को शामिल किया गया है ताकि सबकी सहमति से एक बेहतर और प्रभावी मास्टर प्लान तैयार किया जा सके। इस पहल से उम्मीद की जा रही है कि भोपाल का भविष्य उज्ज्वल होगा और शहर का विकास योजनाबद्ध तरीके से हो सकेगा।
कमेटी में इन्हें किया शामिल
मंत्री व क्षेत्रीय विधायक विश्वास सारंग, कृष्णा गौर, सांसद आलोक शर्मा, विधायक रामेश्वर शर्मा, विधायक विष्णु खत्री, विधायक आतिक अकील, विधायक आरिफ मसूद, विधायक भगवानदास सबनानी, महापौर मालती राय, जिंप अध्यक्ष रामकुंवर गुर्जर, फंदा जनपद अध्यक्ष समेत सरपंच भी शामिल किए गए हैं। इनके अलावा कलेक्टर, निगम आयुक्त, डीएफओ, पीडब्ल्यूडी चीफ इंजीनियर के साथ इंस्टीट्यूट आफ टाउन प्लानर्स इंडिया, कौंसिल आफ आर्किटेक्चर इंडिया, इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियर्स इंडिया और टीएंडसीपी के ज्वाइंट डायरेक्टर को भी कमेटी में शामिल किया गया है।