मदरबुल फार्म के अलावा बैरागढ़ चीचली में भी बाघ की हलचल नजर आई है। बाघ ने गाय पर हमला कर उसे घायल कर दिया है। इस घटना से स्थानीय लोगों में दहशत व्याप्त है। हालांकि मदरबुल फार्म जंगल से सटे इलाके में स्थित हैं। इसके आसपास अक्सर बाघ की हलचल देखी जाती है। वन अमले ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
राजधानी में केरवा रोड स्थित मदरबुल फार्म में बाघ का मूवमेंट देखने को मिला। वहीं बैरागढ़ चीचली इलाके में भी बाघ ने एक गाय पर हमला कर उसे घायल कर दिया। दोनो स्थानों पर बाघ की हलचल नजर आने से क्षेत्र के लोग बुरी तरह दहशत में हैं। बाघ के नजर आने की सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम बाघ की सर्चिंग कर रही है। वन अमले ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
जंगल से सटा है मदरबुल फार्म
हालांकि मदरबुल फार्म के आसपास बाघ अक्सर नजर आता है। यह इलाका जंगल से सटा हुआ है। ज्ञात हो कि करीब सात महीने पहले एक बाघिन सुअर का शिकार करते हुए मदरबुल फार्म में पहुंच गई थी। इसके अलावा एक स्वतंत्र श्वान का शिकार करने के लिए एक बाघ आठ फीट ऊंची बाउंड्रीवाल फांदकर आ गया। पिछले महीने यानी जून में एक बाघ फार्म की मार्डन डेयरी के पास नजर आया था।
डीएफओ आलोक पाठक ने बताया कि बुधवार रात को बाघ ने एक गाय का हमला किया था। सूचना मिलने के बाद वन विभाग का अमला बाघ की सर्चिंग में जुटा हुआ है। बैरागढ़ चीचली निवासी विकास मीणा ने बताया कि गाय जंगल में चरने गई थी। तभी उस पर बाघ ने हमला कर दिया, लेकिन गाय बचकर घर के बरामदे में आ गई। गुरुवार सुबह देखा तो गाय लहूलुहान हालत में थी। उसकी पीठ और पैर की तरफ गहरे जख्म हैं।