इस महीने में सबसे ज्यादा पुण्य भगवान भोलेनाथ के दर्शन और विशेष पूजा-अर्चना से मिलता है.

Jyotirlinga: सावन (Sawan 2022) का पवित्र और पावन महीना शुरू हो गया है. इस महीने में सबसे ज्यादा पुण्य भगवान भोलेनाथ के दर्शन और विशेष पूजा-अर्चना से मिलता है. सावन के महीने में शिव भक्त द्वादश ज्योतिर्लिंगों के दर्शन के लिए जाते हैं और सबसे ज्यादा जल्दी प्रसन्न होने वाले देव भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं. सावन के महीने में भगवान शिव के प्रसिद्ध और प्राचीन मंदिरों के दर्शन से भक्तों की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं और उनके ऊपर भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा बनी रहती है.
यही वजह है कि धार्मिक यात्रा करने वाले श्रद्धालु सावन (Sawan 2022) के महीने में उत्तराखंड से लेकर महाराष्ट्र तक में स्थित 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शनों के लिए परिवार के साथ निकल पड़ते हैं. इस सावन आप भी अपने परिवार के साथ धार्मिक यात्रा करिये और भगवान शिव के मंदिरों के दर्शन का पुण्य लीजिए. वैसे भी इस बार पहला सावन का व्रत 18 जुलाई को सोमवार के दिन है. ऐसे में आप अभी से शिव के सबसे ज्यादा चमत्कारिक और पौराणिक मान्यताओं वाले प्राचीन मंदिरों के दर्शनों की योजना बना लीजिए.
सबसे पहले जानिये कौन-से हैं 12 ज्योतिर्लिंग
देश में 12 ज्योतिर्लिंग (12 Jyotirlingas in India) हैं जिनकी अपनी विशेष मान्यता और पौराणिक महत्ता है. सावन के महीने में इन ज्योतिर्लिंगों के दर्शन के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु जुटते हैं और भगवान भोलेनाथ के दर्शन को अपना सौभाग्य मानते हैं. इसी वजह से सावन के महीने में श्रद्धालु अपने घर के करीब स्थित ज्योतिर्लिंग में पूजा-अर्चना के लिए जाते हैं. वैसे तो भारत में हर गली और मोहल्ले में आपको शिव मंदिर मिल जाएंगे, लेकिन सावन में शिव के सबसे प्रसिद्ध और मान्यता वाले मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है और भगवान शिव के दुग्ध और जलाभिषेक किया जाता है.
- 1-सोमनाथ ज्योतिर्लिंग, गुजरात2-नागेश्वर ज्योतिर्लिंग, गुजरात
3-मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग, आंध्र प्रदेश
4-महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग, मध्य प्रदेश
5-ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, मध्य प्रदेश
6-केदारनाथ ज्योतिर्लिंग, उत्तराखंड
7-काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग, उत्तर प्रदेश
8-वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग, झारखंड
9-भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग, महाराष्ट्र
10-घृणेश्वर ज्योतिर्लिंग, महाराष्ट्र
11-त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग, महाराष्ट्र - 12-रामेश्वर ज्योतिर्लिंग,तमिलनाडु
महाराष्ट्र में हैं सबसे ज्यादा ज्योतिर्लिंग
सबसे ज्यादा ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र में हैं. यहां भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग, घृणेश्वर ज्योतिर्लिंग और त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग है. महाराष्ट्र के नासिक जिले से 30 किलोमीटर की दूरी पर त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग है. यहीं गोदावरी नदी का उद्गम हुआ है. नासिक के 120 मील की दूरी पर भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग स्थित है, जहां देश के कोने-कोने से शिव भक्त दर्शन के लिए जाते हैं. यहां भीमा नदी बहती है, जो सह्याद्रि पर्वत के पास है. महाराष्ट्र के संभाजीनगर में पास दौलताबाद में घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थित है. यह भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से अंतिम ज्योतिर्लिंग है. नासिक के घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग की दूरी 171 किलोमीटर है.
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– प्रोग्रेस ऑफ़ इंडिया न्यूज
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