MP News: भोपाल ।
मध्य प्रदेश में जनवरी 2018 से दिसंबर 2022 तक पांच साल में सपरिवार बच्चों सहित सामूहिक खुदकुशी के 32 प्रकरण दर्ज किए गए। इनमें 20 पुरुष, 32 महिलाएं, 39 बच्चे सहित कुल 91 लोगों की मौत हुई है।सामूहिक खुदकुशी के प्रमुख कारणों में पारिवारिक कारणों से 23, बीमारी से दो, दहेज प्रताड़ना, जमीन विवाद, झूठे केस में फंसाने की धमकी, कर्ज से परेशान, गरीबी के कारण, विवाह समाज द्वारा स्वीकार न करने के कारण एक-एक खुदकुशी की गईं।
यह जानकारी सोमवार को विधायक कुणाल चौधरी के प्रश्न के लिखित उत्तर में गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने दी। महिला अपराध की बात करें तो 31 जनवरी 2023 की स्थिति में मध्य प्रदेश में एक हजार 925 आरोपित फरार हैं। तीन हजार 908 बालिकाएं गुमुशदा हैं। पुलिस द्वारा न्यायालय में पेश 37 हजार 329 प्रकरण और पुलिस थानों में विवेचना में लंबित पांच हजार 83 प्रकरण लंबित हैं।
जेल में बाहर आकर 76 आरोपितों ने पुन: किया दुष्कर्म
बीते पांच साल में जेल से बाहर 76 आरोपितों ने पुन: दुष्कर्म किया। जमानत पर आने के बाद 63 आरोपितों ने दुष्कर्म किया। इसी तरह बरी होकर दुष्कर्म करने वालों में 10, सजा पूरी करने और जेल से फरार होने के बाद एक-एक आरोपितों ने पुन: दुष्कर्म किया।
60 हजार से अधिक महिलाओं से हुआ दुष्कर्म
प्रदेश में वर्ष 2012 से 2022 तक साठ हजार 170 महिलाओं से दुष्कर्म हुआ है। इनमें अनुसूचित जाति की 15433, अनुसूचित जनजाति की 15383, पिछड़ा वर्ग की 18 हजार 484 और अल्पसंख्यक वर्ग की 3003 महिलाओं से दुष्कर्म हुआ है।