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भाजपा सरकार में सात विधायकों पर जिला शिक्षा अधिकारी पड़ गया भारी
सतना ।
सतना के जिला शिक्षा अधिकारी नीरव दीक्षित को हटाने के लिए 2 भाजपा और 5 कांग्रेश विधायकों ने लगाया है जोर, लेकिन डीईओ कहीं से नही पड़ रहे कमजोर, सतना से ही सस्पेंड होने के बाद दूसरी बार जिला शिक्षा अधिकारी की कुर्सी में हुए हैं काबिज,8 इंक्रीमेंट रुकने के बाद भी, सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार शिक्षा मंत्री से सीधे अपने लंबे जुगाड़ से फिर काबिज हो गए कुर्सी में। विभागीय जाँच भी चालू है पर ये अधिकारी इन जांचों को भी अपनी कला से निपटाने में माहिर बताये जाते है। डीईओ सतना नीरव दीक्षित पर इन विधायकों ने निलंबन , बहाली, ट्रांसफर, पोस्टिंग, एवं अन्य तरीके से खुलेआम भ्रष्टाचार और अवैध वसूली के लगाये है गंभीर आरोप। दिसंबर में शीतकालीन विधानसभा सत्र के दौरान, भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी, कांग्रेस विधायक सुखदेव पांसे,ने तारांकित प्रश्न पूछे, जबाव गोल मोल, फिर सत्र के दौरान ही कांग्रेश की सुनीता पटेल, और चंद्र भागा किराड़े ने धयानाकर्षण लगाया, ,इसके बाद फरवरी के बजट सत्र के दौरान भाजपा विधायक शरद कोल द्वारा तारांकित प्रश्न पूछा गया उत्तर गोलमोल, सत्र के दौरान ही पुनः कांग्रेश के चार विधायको द्वारा क्रमशः चंद्रभागा किराड़े, सुरेश राजे, घनश्याम सिंह अजब सिंह कुशवाह द्वारा इस बार शिक्षा मंत्री से नही बल्कि सामान्य प्रशासन मंत्री शिवराज सिंह चौहान से ध्यानाकर्षण लगाया गया नतीजा अभी भी कुछ नही, भृष्टाचार के चलते, डीईओ को अभी भी मिला हुआ है,अभय दान, सतना के शिक्षा विभाग के कर्मचारी, और आम जनता हो रही हैं, भृष्ट डीईओ से परेशान,, सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार ,वल्लभ भवन स्कूल शिक्षा के एक अधिकारी ने नाम ना उजागर करने की शर्त में बतलाया कि हर बार विधानसभा में उत्तर भेजने के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव तैयार होता हैं, लेकिन विभागीय मंत्री के स्टॉप में पदस्थ एक पी ए द्वारा हर बार जबाव बदलवा दिया जा रहा हैं,






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