बहरामपुर में अधीर रंजन के छक्के छुड़ा सकते हैं युसूफ पठान, कमजोर हुई कांग्रेस, BJP भी टक्कर में
Yusuf Pathan can get rid of Adhir Ranjan's sixes in Baharampur, Congress weakened, BJP also in competition.
बहरामपुर । लोकसभा चुनाव में गठबंधन की सभी उम्मीदों पर पानी फेरते हुए ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने बंगाल की सभी 42 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी। बहरामपुर लोकसभा सीट से टीएमसी ने पूर्व क्रिकेट युसूफ पठान को मैदान में उताया है।
बहरामपुर से कांग्रेस ने आधिकारिक ऐलान नहीं किया है, लेकिन लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी का यहां से चुनाव लड़ना तय है। अधीर रंजन 1999 से यहां जीत हासिल करते रहे हैं। मौजूदा सियासी हालात में माना जा रहा है कि युसूफ पठान से अधीर रंजन को कड़ी चुनौती मिल सकती है।
टीएमसी ने बहरामपुर सीट पर कभी जीत दर्ज नहीं की है। यह मुस्लिम बहुल सीट है, जो कांग्रेस का गढ़ रही है।
इस बार टीएमसी बहरामपुर सीट पर कांग्रेस का वर्चस्व तोड़ने के लिए पठान की लोकप्रियता पर भरोसा करेगी। 2019 के लोकसभा चुनाव में टीएमसी ने अधीर रंजन के वोट शेयर को 2014 के 50.5% से घटाकर 45.4% कर दिया था। 2014 और 2019 के बीच इस सीट पर टीएमसी का वोट शेयर 19.7% से बढ़कर 39.2% हो गया है।
2014 में अधीर रंजन चौधरी जहां 3.56 लाख वोटों से जीते थे, वहीं 2019 में उनकी जीत का मार्जिन मात्र 80,696 वोट रह गया था।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे भी कांग्रेस के लिए चिंता का कारण हैं। 2016 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने इस लोकसभा क्षेत्र के अंदर आने वाली सभी सात विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी।
वहीं, 2021 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने बहरामपुर विधानसभा सीट जीती थी, जबकि अन्य छह टीएमसी के खाते में चली गई थी।