इंदौर। इंदौर लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस या इंडी गठबंधन का उम्मीदवार मैदान में नहीं है। इसके बाद भी कांग्रेस हर चुनाव की तरह ही मतदान बूथों के पहले अपनी टेबले लगाएगी। साथ ही पोलिंग बूथों के भीतर मतदान अभिकर्ता भी बैठाए जाएंगे। प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इंदौर शहर और जिले के पदाधिकारियों को यह निर्देश दिए हैं। मंगलवार को गांधी भवन में पदाधिकारियों के साथ बंद कमरे में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है। इसके पूरे प्रबंध देखने की जिम्मेदारी प्रदेश कांग्रेस ने ली है।
इससे पहले इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार के मैदान के साथ पार्टी भी छोड़ने से पार्टी ही नहीं बल्कि प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी पर भी सवाल उठ रहे है। न केवल पटवारी की साख इंदौर में दांव पर है बल्कि संगठन को डर भी है कि ऐसी स्थिति में यदि संगठन मैदान में नजर नहीं आया तो जनता के बीच खराब संदेश जाएगा।
मंगलवार को प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी इंदौर के कांग्रेस कार्यालय में बैठक लेने पहुंचे थे। कार्यकर्ताओं के बीच बोलते हुए पटवारी ने सिर्फ नोटा को लेकर बात की साथ ही भाजपा की दलबदल की राजनीति पर भी सवाल उठाया।
बैठक के दौरान फैसला हुआ कि पोलिंग बूथों के अंदर कांग्रेस के कार्यकर्ता निर्दलीय उम्मीदवारों के पोलिंग एजेंट बनकर बैठाए जाएंगे। इसके लिए कुछ निर्दलीय उम्मीदवारों से बात की जा रही है। एजेंट बैठाने के लिए तमाम प्रबंध भले ही वह भोजन पानी या मानदेय हो यह सब कांग्रेस की ओर से किया जाएगा। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि ऐसा करना जरुरी है क्योंकि अंदर यदि विपक्षी मौजूद नहीं रहे तो बोगस वोटिंग का सहारा लेकर भाजपा अपने पक्ष में बड़े पैमाने पर वोट डलवाएगी।
साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जीतू पटवारी ने भाजपा को राजनीतिक माफिया बताया। उन्होंने उम्मीदवारों की खरीद और धमकाने का आरोप लगाया। कार्यकर्ताओं से कहा कि वे नोटा के समर्थन में अभियान चलाए। है।